सपना देख रही जो आंखे, खुशी उसमें ताकत भरता है : डॉ निर्मल मंडल
खुशी क्लास के भाव, स्वर्णिम जीवन का वरदान : डॉ संजय
रामगढ़। आज सपने देख रही जो आँखें, खुशी उनमें साहस भरता है। टेंशन-ग़म को दूर भगाएं, खुशी क्लास से आस जगता है।
खुशी क्लास के भावों से, जिंदगी जीने का वरदान मिला है। हंसी-मुस्कान के सूत्र है, टेंसन से लड़ने का प्रमाण मिला है। इसी उद्घोष के साथ राधा गोविंद यूनिवर्सिटी में 522वां व मणिपाल इंटरनेशनल स्कूल 523वां खुशी क्लास का आयोजन सोमवार को हुआ। राधा गोविंद यूनिवर्सिटी में खुशी क्लास का संचालन डॉ रंजना पांडे व धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ निर्मल कुमार मंडल ने किया। इसके पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजू तिवारी, प्रो अमरेश पांडे की उपस्थिति में अतिथियों को बुके व मोंमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
सही मायने में खुशी के साथ ही मंजिल पाई जा सकती है
मणिपाल इंटरनेशनल में अध्यक्षता डायरेक्टर गया प्रशाद राय व संचालन शिक्षिका अभ्याश्री ने किया। कुलसचिव डॉ निर्मल ने खुशी की ताकत को स्थापित करता एक सुंदर गीत की प्रस्तुति दी। कहा कि सही मायने में खुशी के साथ ही मंजिल पाई जा सकती है। तनाव में हम मंजिल पा भी लियें तो हम उसका सार्थक उपयोग नहीं कर पाएंगे। डॉ संजय प्रशाद सिंह ने नो, इंड व फेल जैसे नकारात्मक शब्दों का सकारात्मक पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि प्रयास कभी मरता नहीं। हमेशा अगले सम्भावनाएं के द्वार खुले होते है। और फेल तो कोई होता ही नहीं। फेल का मतलब होता है फिर से प्रयास।
खुश रहकर ही हम तनाव से लड़ सकते हैं:मुकेश सिंह चौहान
खुशी क्लास के संस्थापक सह संचालक मुकेश सिंह चौहान ने कहा, खुश रहकर ही हम तनाव से लड़ सकते हैं। यह खुशी सकारात्मक भाव से आते हैं। हम जो प्रतिदिन करते हैं, उसका सिर्फ नजरिया बदलिए ; जिंदगी जीने का अंदाज बदल जाएगा। तनाव में आकर आत्महत्या के बारे में सोचना भी महापाप है। खुद में सकारात्मक भाव जगाएं, तनाव स्वतः भाग जाएगा।


