रामगढ़। रामगढ़ वन क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने एक अवैध कोयला लदे हाईवा को पकड़ी। यह कार्रवाई मंगलवार की देर रात गश्ती के दौरान की गई। बताया जा रहा है कि हाईवा में अवैध कोयला लदा था। जिसे अवैध रूप से रामगढ़ की ओर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। जब्त हाइवा को रामगढ़ वन प्रमंडल कार्यालय लाने की तैयारी होने लगी। लेकिन लेकिन कोयला तस्करो ने हाइवा को छुड़ाने के लिए बोली लगाना शुरू कर दिया। यह खेल करीब तीन घंटे तक चला। पूरा प्रकरण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बुंडू से रांची रोड वन कार्यालय नहीं पहुंच पाया जब्त हाइवा, रास्ते में छूटा!
सूत्रों ने बताया बुंडू से अवैध कोयला लदा हाइवा को रांची रोड वन कार्यालय में लाने के लिए करीब तीन घंटे का सफर तय करना पड़ा। लेकिन विभाग के अधिकारी इतने समय के बाद भी वन कार्यालय नहीं पहुंच पाए और हाइवा को अरगड्डा जीएम कार्यालय के पास ही छोड़ना पड़ा। जिससे समझा जा सकता है कि विभाग कितनी ईमानदारी से जब्त हाइवा को वन कार्यालय ला रहे थे।
जब्त हाइवा को लाखो रूपये की वसूली कर छोड़ा!
सूत्रों ने बताया कि वन विभाग की जब्त हाइवा को रांची रोड वन कार्यालय ला रहे थे। इसी दौरान करीब तीन घंटे बाद बुंडू से अवैध कोयला लदा हाइवा को लेकर वन विभाग के अधिकारी अरगड्डा जीएम कार्यालय के पहुंचे थे। इसी दौरान तस्करों की टीम एक डील के तहत पैसे की डिलीवरी कर हाइवा को अपने साथ ले गया।
शेखावत ने हाइवा पर कराया था कोयले की लोडिंग, जब्त गाड़ी को छुड़ाने में रहा सफल!
सूत्रों ने बताया कि गिद्दी थाना क्षेत्र के बुंडू स्थित एक चार दिवारी में अवैध कोयले की भंडारण की गई है। अवैध कोयले की भंडारण को मंगलवार की रात करीब 12 बजे हाइवा संख्या 4818 पर अवैध कोयला लोड कराया गया। जिसे रामगढ़ लाने की तैयारी थी। इसी बीच वन विभाग की टीम ने छापामारी कर हाइवा को जप्त कर लिया। इसके बाद पूरे प्रकरण को शेखावत नामक तस्कर ने पकड़े गए हाइवा को छुड़ाने में जुट गया। सूत्रों ने बताया कि जब्त हाइवा को छुड़ाने के लिए शेखावत ने टीम के साथ सौदेबाजी शुरू किया। सौदेबाजी का खेल करीब तीन घंटे तक चला। जिसके बाद सबकुछ अच्छे माहौल में फ़ाइनल हुआ और करीब दो लाख रूपये देकर जब्त हाइवा को छुड़ा लिया गया। पूरे प्रकरण की ईमानदारी पूर्वक जांच पड़ताल हुई तो विशेष तौर पर एक अधिकारी पर सीधा गाज गिरेगा। क्योंकि उनका कारनामा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या बोले डीएफओ
डीएफओ नितीश कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी की संलिप्तता पाई गई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।


