रामगढ़। अवैध कोयला लदे हाईवा को वन विभाग की टीम द्वारा छोड़े जाने के मामले को लेकर डीएफओ नीतीश कुमार काफी गंभीर हैं। उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इसके अलावा उन्होंने गश्ती दल में शामिल अधिकारी और कर्मियों को शोकॉज कर पूरे प्रकरण पर जवाब मांगा है। इस संबंध में डीएफओ नीतीश कुमार ने बताया कि गश्ती दल में शामिल अधिकारी और कर्मी को स्पष्टीकरण भेजा गया है। स्पष्टीकरण में उनका क्या जवाब आता है। उसके बाद ही मामले की जांच पड़ताल की जाएगी। हालांकि जिस हाईवा से वसूली करने का मामला सामने आ रहा है। उसका भी पड़ताल किया जा रहा है। हाईवा के संबंध में पता लगाया जा रहा है कि सीसीएल से लोडिंग है या नहीं। डीएफओ नीतीश कुमार ने बताया कि मामले की हर बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर अवैध कोयला लदे हाईवा से वसूली की बात सामने आती है और अधिकारियों की संलिप्तता रही तो कार्रवाई तय है। उन्होंने बताया कि मामले को लेकर सीसीएल से भी संपर्क किया गया है। सीसीएल से भी उक्त हाईवा के संबंध में जानकारी मांगी गई है।
क्या है मामला
बताते चले की गुरुवार को आजाद सिपाही अखबार में अवैध कोयला लदे हाईवा से वसूली को लेकर एक खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमें सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि बुंडू से अवैध कोयला लोड कर रामगढ़ लाया जा रहा हाईवा को वन विभाग की टीम ने पकड़कर वसूली कर छोड़ दिया गया। इसके बाद प्रकाशित खबर पर डीएफओ नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया। साथी ही पूरे प्रकरण पर जांच बैठा दी है। उनका स्पष्ट कहना है कि ऐसी कोई भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिसमें विभाग की बदनामी हो।


